हाय दोस्तो मेरा नाम कबीर है और ये मेरी पहली कहानी है, मेरी उम्र 25 साल है, मैं अपने साथ ही सच्ची घटना बताने जा रहा हूं, कृपा इसे झूठ ना समझे और ये मेरे और मेरे दोस्त दीपक के बीच हुई थी,
बात तब की है जब मैं 11वीं क्लास में था दीपक मेरे ही मोहल्ले में रहता था और मेरा सबसे अच्छा दोस्त था, मेरे घरवालो को मेरे भाई के एडमिशन के सिलसिले में 5 दिनों में भोपाल जाना था, पहले तो मुझे अकेला छोड़ने में
थोड़ा झिझके लेकिन बाद में मेरे पास कोई विकल्प नहीं था इसलिए उन्हें छोड़ना ही पड़ा, हमें समय माई और दीपक ए ग्रेड फिल्में देखना शुरू ही किया थिएटर में जाके बाकी xxx देखने का कभी मौका नहीं मिला था, तो जिस दिन
मेरे घरवाले गए उसकी रात हम 4-5 दोस्तों ने मेरे घर में ऐसी सेक्स फिल्म देखी, देखने का प्लान बनाया, मेरा 1 दोस्त कहीं से कुंवारी दुल्हन नाम की मशहूर फिल्म है उसकी सीडी ले आया, तो रात में हम सब ने फिल्म देखी, तो सब पहली
बार अकेले में ऐसी फिल्म देख रहे थे तो सबकी हालत खराब थी, चुपके से 2 तो बाथरूम भी हो आए, मेरी भी हालत खराब थी, मेरा 7 इंच का लंड बी खूब तना हुआ था और हल्का पानी फेंक रहा था, बहुत मुश्किल से समायोजित करना
क्रता था, बीच में दोस्तो के पैंट पे नज़र डालता था तो सबके लून तने हुए दिखते थे, मूवी 2 बजे ख़तम हुई तो बाकी दोस्त चले गए, बस मैं और दीपक ही रह गए, दीपक ने कहा चल 1 बार और देखते हैं, गरम करने के लिए
था फिर से देखने लगे, मुख्य दृश्य देख के फिर टीवी बंद किये, हम दोनों 1 ही बेड पे लेते थे दोनों के लंड पैंट के अंदर से फुल तने हुए, सांसे गहरी, दोनों को नींद नहीं आ रही थी, दीपक अचानक मेरी तरफ पलटा और बोला
कबीर यार चल, बस उसका इतना इशारा ही काफी था चाहता तो मैं भी था, मैं बोला ठीक है, दीपक मुस्कुराया और टुरंट मेरे ऊपर चढ़ गया और अपने दोनों हाथों से मेरे पीछे के बालो को पकड़ के अपना सर मेरे पास लाया,
उसकी गरम सांसें मेरी सांसों से टकराने लगीं और मेरे होंठों पर उसने अपने मुलायम होंठ रख दिए और चूमने लगे दोनों, खूब लंबा, चूसते रहे एक दूसरे के होंठों को, फिर मैंने कहा होंठों का इस्तेमाल करें जरा खोल के जीभ को भी आने दो काम
मैं, तो फिर से मुंह पे मुंह रख के चुंबन करने लगे और इस बार हमारी जीभ भी एक दूसरे से गुथे हुए थे, उसने फिर मेरी टी शर्ट और अपनी टी शर्ट निकाल दी, और मेरे निपल्स को चूम और चूस करने लगा, मेरे मुंह से आन्हे निकल
राही थी, आह्ह, और मैं थोड़ा सा मोटा था तो मेरे निपल्स के पास थोड़ा आदमी था इस्तेमाल करने के लिए वो जोर जोर से दबाने और चूसने लगा, उसके बाद वो नीचे हो गया, और मैंने उसकी गर्दन, गालों और कानों पर चुंबन किया, और फिर से
लम्बी वाली लिप टू लिप किस किया और उसके निपल को चूसा, अब हम कंट्रोल से बाहर हो चुके थे, तो टुरंट हमने अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे सरका दिया, दोनों के लंड पूरा तन गए थे, मेरा लंड 7 इंच का लेकिन थोड़ा पतला
है, उसका लंड 9 इच का और मस्त मोटा है, बचपन से अपने लंड को देखा तो आया था पर पता नहीं था कि दूसरे का लंड इतना मस्त है दिखता होगा, उसका लंड मस्त लम्बा, मोटा, काला था, और बीच में उसका सुपाड़ा निकला था
वो मस्त लाल गुलाबी रंग का था, मैंने तो देखा ही उसका दीवाना हो गया, और उसने पकड़ लिया, और पहले खूब किस किया और हाथ को ऊपर नीचे कर के सजलने लगा, उसका लंड हल्का पानी छोड़ रहा था, उसके बाद उसके
सुपाड़े को मैंने अपने जीभ से चाटा और फिर धीरे से पूरा लंड मुंह में ले लिया, और चूसने लगा, मुझे लंड का स्वाद अजीब सा लगा, लेकिन जैसा जैसा मैंने इस्तेमाल किया, चूस कर किया गया मुझे उसका स्वाद अच्छा लगने लगा और मजा
आने लगा, दीपक ने बोला रुक वरना मुंह में ही झड़ जाएगा मैं रुक गया, फिर मैं नीचे आ गया और वो मेरा लंड सहलाने लगा और चूमने लगा, बहुत मजा आने लगा, फिर उसने भी मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूस लिया
लगा, उसके चूसने की स्टाइल, जो वो चूसता था समय कभी टाइट और कभी मुलायम करता था बहुत मजेदार था, और वो अपने जीब बी अंदर से लंड पे चलाता था, उउह्ह्ह, एकदम स्वर्ग जैसा लगने लगा, फिर जब मुझे लगा मैं झड़ गया
जाउंगा मैंने रोक लिया, मुझे फिर से लंड चूसने का शौक हुआ तो इस बार मैंने इसे सीख लिया और अच्छे से चूस लिया, लंड चुसवाने से जादा मजा मुझे लंड चूसने में आने लगा, लंड की बहार वाली त्वचा और सुपाड़े की
मुलायम त्वचा मात्र मुहं में आके मुझे मदहोश कर रही थी, ऐसा लगा जैसे बस चूसा रहु, मुहं दर्द देने लगा फिर रुक नहीं रहा था माई, उसका 9 इंच का लंड मेरे गले तक जा रहा था, वो मुझे फिर रोका, हमें समय तक हमें
गांड मरने का पता नहीं था तो हम उसके आगे नहीं गए, फिर हम आमने-सामने बैठ गए और लंड हिलाने लगे, 2 मिनट में ही लंड झड़ने लगा और गरम गरम बहुत एक दूसरे के लंड और कमर के ऊपर फेंक दिया, बहुत
आनंद आया, फिर हम साफ करके ऐसे ही नंगे एक दूसरे से चिपक कर सो गए, पर कुछ देर कोशिश करने पर भी नींद नहीं पड़ी तो एक बार फिर से वही किये, फिर थकन लगी तो ऐसे ही सो गये, तो दोस्तो ये था मेरा पहला सेक्स का
अनुभव, आप लोगो को कहानी कैसी लगेगी प्लीज बताइयेगा, कहानी 5 दिन की है पर 1 पोस्ट पर बहुत लंबी हो जायेगी, दूसरी कहानी दूसरी पोस्ट में लिखूंगा, आप लोगो की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी
और मैं आज भी लंड चूसना बहुत पसंद करता हूँ और अभी भी अपने होठों पर जी नहीं पा रहा हूँ लेकिन कभी अपने से किसी का लंड भी स्वाद ले सकता हूँ।